मटिल्डा (Matilda) का चरित्र स्केच/ चित्रण हिन्दी में (In Hindi)
मटिल्डा (Matilda) ka चरित्र स्केच/ चित्रण (In Hindi)
Introduction: मटिल्डा (Matilda):-
मटिल्डा 'द नेकलेस' कहानी में एक महिला पात्र है। वह एक गरीब महिला है और उसकी शादी एक गरीब क्लर्क से हुई है। कहानी मटिल्डा की महत्वाकांक्षा के बारे में है कि वह भी अमीरो की तरह दिखे वा जिंदगी जिए। हालांकि उसकी यह कामना उसे तथा उसके पति को अत्यधिक कठिनाइयों वा पीड़ा की ओर ले जाती है। यह कहानी एक फ्रांसीसी लेखक गाय डी मौपासेंट द्वारा लिखी गई है। इसे कक्षा 10 की अंग्रेजी पाठ्यपुस्तक के फुटप्रिंट के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।
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✒️Matilda का चरित्र स्केच हिन्दी में:-
मटिल्डा एक जवान वा सुंदर महिला थी। उनका जन्म क्लर्क के परिवार में हुआ था। परिवार विनम्र लेकिन गरीब था। इसके अलावा, उसकी शादी एक गरीब क्लर्क से हुई थी। उसने अपने माता-पिता और अपने पति के घर दोनों जगह गरीबी का सामना किया। वह अपनी क्षुद्र सामाजिक और आर्थिक स्थिति के बारे में दुखी महसूस करती थी। वह विलासिता से भरा एक समृद्ध जीवन जीना चाहती थी।
मटिल्डा हमेशा यह दिखाना चाहती थी कि वह अमीर है। वह अमीर महिलाओं की तरह जीवन जीना चाहती थी। जब उन्हें बॉल में पार्टी का निमंत्रण मिला, तो वह पार्टी में सुंदर और अमीर दिखना चाहती थीं। वह एक ऐसी महिला है जिसे दूसरों की प्रशंसा से खुशी मिलती है। वह एक व्यवहार कुशल चतुर महिला थी। उसने अपने पति को पार्टी में जाने से मना करके उसे अपने लिए एक सुंदर नई पोशाक खरीदने के लिए मना लिया।
मटिल्डा दिखावटी स्वभाव की थी। उसे विलासिता पसंद थी। ड्रेस खरीदने के बाद भी उसके पास नेकलेस नहीं था। इसलिए, उसने अपने पति को पार्टी के लिए एक हार उधार लेने के लिए मना लिया। वह चाहती थी कि दूसरे लोग उस पर ध्यान दें। जब उसकी सुंदरता की प्रशंसा की जाती है तो उसे खुशी मिलती है।
मटिल्डा एक ऐसी महिला है जिसमें व्यावहारिक ज्ञान और विवेक की कमी थी। पार्टी पर सिर्फ एक दिन के दिखावे के लिए, उसने एक महंगा हार उधार लिया। लेकिन पार्टी में वह उस हार को खो देती है। उसे हार के खो जाने का पश्चाताप होताा है। लेकिन अब पछताने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि हार खो गया थी। उस उधार के हार को एक नए से बदलने के लिए, लगभग दस वर्षों तक उसे बहुत कष्ट उठाना पड़ा। वह हमेशा निराशा में रहती है।
जिस हार के लिए मटिल्डा व उसका पति वर्षों तक कठिनाई सहते है वह नकली होता है। अंत में ही उसे पता चल पाता है कि उसने जो हार उधार लिया था वह नकली था और असली महंगे हार की एक नकल था। ऐसा नहीं होता अगर वह बिना किसी दिखावे के सादा जीवन जीने के महत्व को जानती।
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